धन्य–वचन: भाग 4 धन्य हैं वे, जो नम्र हैं

Hindi Editor January 9, 2024 Comments:0

(English Version: “The Beatitudes – Blessed Are The Meek”) यह लेख, धन्य–वचन श्रृंखला के अंतर्गत चौथा लेख है | धन्य–वचन खण्ड, मत्ती 5:3-12 तक विस्तारित है | इस खण्ड में यीशु मसीह 8 ऐसे मनोभावों के बारे में बताते हैं, जो उस प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में होना चाहिए, जो…

धन्य – वचन: भाग 3 धन्य हैं वे जो शोक करते हैं

Hindi Editor December 26, 2023 Comments:0

(English version: “The Beatitudes – Blessed Are Those Who Mourn”) यह धन्य–वचन लेख–श्रृंखला के अंतर्गत तीसरा लेख है | धन्य–वचन खण्ड मत्ती 5:3-12 तक विस्तारित है | इस खण्ड में प्रभु यीशु ऐसे 8 मनोभावों के बारे में बताते हैं, जो उस प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में होना चाहिए जो…

धन्य – वचन: भाग 2 धन्य हैं वे जो मन के दीन हैं

Hindi Editor December 12, 2023 Comments:0

(English Version: “The Beatitudes – Blessed Are The Poor In Spirit”) यह धन्य–वचन लेख–श्रृंखला के अंतर्गत दूसरा लेख है | धन्य–वचन खण्ड मत्ती 5:3-12 तक विस्तारित है, जहाँ प्रभु यीशु ऐसे 8 मनोभावों के बारे में बताते हैं, जो उस प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में होना चाहिए जो उसका अनुयायी…

धन्य – वचन: भाग 1 परिचय

Hindi Editor November 28, 2023 Comments:0

(English version: “The Beatitudes – Introduction”) संभवतः, प्रभु यीशु द्वारा प्रचार किए गये उपदेशों में सबसे प्रसिद्ध उपदेश वह है जिसे, “पहाड़ी उपदेश” के नाम से जाना जाता है | यह तीन अध्यायों तक विस्तारित है [मत्ती 5-7] | उस उपदेश का आरंभिक खण्ड मत्ती 5:3-12 में पाया जाता है,…

प्रार्थना को हमारी कलीसियाओं में और हमारे व्यक्तिगत जीवन में एक उच्च प्राथमिकता देना

Hindi Editor November 14, 2023 Comments:0

(English version: “Giving Prayer A Higher Priority In Our Churches And In Our Personal Lives”) यह कहा जाता है, “कोई कलीसिया कितनी लोकप्रिय है, यह आप यह देखकर बता सकते हैं कि रविवार सुबह को कितने लोग आते हैं | कोई पासबान या सुसमाचार प्रचारक कितना लोकप्रिय है, यह आप…

आईए, हम स्वयं को 22 क्षेत्रों में जाँचें

Hindi Editor October 31, 2023 Comments:0

(English version: “Come, Let Us Examine Ourselves in 22 Areas”) कुलुस्सियों 3:-4:6 में पौलुस उन 22 गुणों को सूचीबद्ध करता है जिनकी अभिलाषा और अनुसरण प्रत्येक मसीही को करना चाहिए और जिनकी उपस्थिति प्रत्येक मसीही जीवन में होनी चाहिए | आईए, हम समय निकालें और इनमें से प्रत्येक क्षेत्र में…

घमण्ड [करने] के खतरे

Hindi Editor October 17, 2023 Comments:0

(English version: “Dangers of Pride”) सन् 1715 में फ्राँस के राजा लुईस चौदहवें की मृत्यु हुई | इस राजा ने स्वयं को ‘महान [द ग्रेट]’ की उपाधि दी थी | वह गर्व से कहता था, “मैं ही ‘देश’  हूँ|” उसके समय में उसका दरबार सम्पूर्ण यूरोप में सर्वाधिक भव्य दरबार…

यीशु के क्रूस–संबंधित 3 दुःख: शारीरिक, आत्मिक और भावनात्मक

Hindi Editor October 3, 2023 Comments:0

(English version: 3 Cross-Related Sufferings of Jesus – Physical, Spiritual and Emotional) प्रभु यीशु का सम्पूर्ण पार्थिव जीवन ही दुःख का जीवन था | परन्तु यह लेख उसके उन 3 प्रकार के दुखों पर ध्यान–केन्द्रित करता है; जिन्हें उसने अपना लहू बहाने के द्वारा हमारे छुटकारे को सुरक्षित करते समय क्रूस…

प्रभु के साथ एक अर्थपूर्ण ध्यान – मनन का समय कैसे गुजारें

Hindi Editor September 26, 2023 Comments:0

(English version: “How To Have A Meaningful Quiet Time With The Lord”) बहुत पहले की बात है, एक प्रचारक जो संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा पर आया हुआ था, एक शाम के समय किसी से फोन पर बात करना चाहता था | वह एक टेलीफोन बूथ में गया, परन्तु उसे…

प्रभु यीशु की मृत्यु — 4 अद्भुत सच्चाईयाँ

Hindi Editor September 19, 2023 Comments:0

(English version: Death of Jesus – 4 Amazing Truths) “इसलिये कि मसीह ने भी, अर्थात अधमिर्यों के लिये धर्मी ने पापों के कारण एक बार दुख उठाया, ताकि हमें परमेश्वर के पास पहुंचाए: वह शरीर के भाव से तो घात किया गया, पर आत्मा के भाव से जिलाया गया” [1 पतरस…