धन्य–वचन: भाग 4 धन्य हैं वे, जो नम्र हैं
(English Version: “The Beatitudes – Blessed Are The Meek”) यह लेख, धन्य–वचन श्रृंखला के अंतर्गत चौथा लेख है | धन्य–वचन खण्ड, मत्ती 5:3-12 तक विस्तारित है | इस खण्ड में यीशु मसीह 8 ऐसे मनोभावों के बारे में बताते हैं, जो उस प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में होना चाहिए, जो…