धन्य वचन: भाग 5 धन्य हैं वे जो धर्म के भूखे और प्यासे हैं
(English version: “The Beatitudes – Blessed Are Those Who Hunger And Thirst For Righteousness”) यह धन्य–वचन लेख–श्रृंखला के अंतर्गत पाँचवा लेख है | धन्य–वचन खण्ड मत्ती 5:3-12 तक विस्तारित है, जहाँ प्रभु यीशु ऐसे 8 मनोभावों के बारे में बताते हैं, जो उस प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में होना चाहिए…